एनसीसी दिवस पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सभी को एनसीसी दिवस की शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि एनसीसी से जुड़ना गौरवशाली है। उन्होंने अपना बचपन याद करते हुए कहा, जब भी इस तरह के कार्यक्रम में जाता हूं तो बचपन याद आता है। बाल्यावस्था में एनसीसी का हिस्सा रहा हूं। पूर्व सैनिक का बेटा हूं तो बचपन सैनिकों के बीच बीता है।
73वें एनसीसी दिवस पर घंघोड़ा स्थित एनसीसी निदेशालय में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में पहुंचे पूर्व सीएम को गार्ड आफ आनर दिया गया। इस दौरान सीएम धामी ने कहा कि एनसीसी का गौरवशाली इतिहास रहा है। जब भी और जहां जरूरत पड़ी एनसीसी कैडेट में अपना योगदान दिया है। आपदा राहत और बचाव कार्य से लेकर जन जागरण का काम उन्होंने किया है। एनसीसी वो नर्सरी है, जहां भविष्य के वीर सैनिक तैयार होते हैं। एनसीसी अनुशासित और जिम्मेदार नागरिक तैयार कर रही है। इसके विकास और विस्तार के लिए सरकार पूरा सहयोग करेगी।
वहीं, अपर महानिदेशक मेजर जनरल पीएस दहिया ने कहा कि उत्तराखंड के युवाओं में देशसेवा का जज्बा कूट-कूटकर भरा है।यहां सेना सिर्फ रोजगार का जरिया नहीं, बल्कि एक परंपरा भी है। तभी शिक्षण संस्थानों में एनसीसी की खासी मांग है। वर्तमान में 13 जिलों में 550 से आधिक शिक्षण संस्थान में लगभग 40 हजार एनसीसी कैडेट हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के निर्देशानुसार सीमावर्ती क्षेत्रों में एनसीसी के विस्तार के लिए उत्तराखंड को चार हजार रिक्तियां (चमोली, उत्तरकाशी, हल्द्वानी और पिथौरागढ) को अतिरिक्त आवंटित की गयी हैं। इसके अलावा उत्तराखंड को शूटिंग अभ्यास के लिए प्रशिक्षण सिमुलेटर भी मिले हैं।
इस दौरान ब्रिगेडियर एसएस डडवाल, ब्रिगेडियर रवीन्द्र गुरुंग, ब्रिगेडियर एनएस ठाकुर, ब्रिगेडियर वीके तोमर, कर्नल रमन अरोड़ा, कर्नल जेबी क्षेत्री, लेफ्टिनेंट कर्नल राहुल चौहान, लेफ्टिनेंट कर्नल एलबी मल्ल, समीर सक्सेना, हरीश डबराल, एनके उनियाल आदि उपस्थित रहे।

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